हरियाली तीज 2024: जानें तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, इतिहास और महत्व

0
363
हरियाली तीज 2024: जानें तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, इतिहास और महत्व
हरियाली तीज 2024: जानें तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, इतिहास और महत्व

हरियाली तीज, जिसे सिंधारा तीज भी कहा जाता है, भारत में विशेष रूप से उत्तर भारत में मनाया जाने वाला एक प्रमुख त्योहार है। यह त्योहार सावन मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन को महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना के लिए व्रत रखती हैं। आइए जानते हैं हरियाली तीज 2024 के बारे में विस्तार से।

हरियाली तीज 2024 तिथि और समय

हरियाली तीज, जिसे आमतौर पर नाग पंचमी से दो दिन पहले मनाया जाता है, भगवान शिव और देवी पार्वती के सम्मान में श्रावण माह में शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाई जाती है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, इस वर्ष यह त्यौहार बुधवार, 7 अगस्त को मनाया जाएगा। द्रिक पंचांग के अनुसार, इस अवसर को मनाने के लिए शुभ समय इस प्रकार हैं:

  • तृतीया तिथि आरंभ – 06 अगस्त, 2024 को 19:52 बजे
  • तृतीया तिथि समाप्त – 07 अगस्त, 2024 को 22:05 बजे

पूजा विधि

  1. स्नान और श्रृंगार: इस दिन महिलाएं सुबह स्नान करके नए कपड़े पहनती हैं और अपने आप को सजाती हैं।
  2. स्विंग झूलना: हरियाली तीज पर झूला झूलने की परंपरा है। महिलाएं समूह में इकट्ठा होकर गीत गाती हैं और झूला झूलती हैं।
  3. भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा: भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्तियों या तस्वीरों को स्थापित करके उनकी पूजा की जाती है।
  4. व्रत: महिलाएं इस दिन निर्जला व्रत रखती हैं, अर्थात बिना जल ग्रहण किए व्रत करती हैं।
  5. संध्या पूजा: संध्या समय पर विशेष पूजा का आयोजन होता है, जिसमें भगवान शिव और माता पार्वती की आरती की जाती है।

इतिहास और महत्व

हरियाली तीज का इतिहास भगवान शिव और माता पार्वती की कथा से जुड़ा हुआ है। मान्यता है कि इसी दिन माता पार्वती ने भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें पत्नी के रूप में स्वीकार किया। इस प्रकार यह दिन पति-पत्नी के बीच प्रेम और समर्पण का प्रतीक है।

हरियाली तीज के लाभ

  1. सुख-समृद्धि: इस दिन व्रत और पूजा करने से परिवार में सुख-समृद्धि आती है।
  2. पति की लंबी उम्र: इस व्रत को करने से पति की लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन की कामना पूरी होती है।
  3. संस्कार और संस्कृति: हरियाली तीज हमारी संस्कृति और परंपराओं को सहेजने का अवसर है।

निष्कर्ष

हरियाली तीज एक ऐसा त्योहार है जो न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह महिलाओं के जीवन में खुशी और उत्साह लाता है। इस दिन की पूजा और व्रत से परिवार में सुख-शांति और समृद्धि का आगमन होता है।

आप सभी को हरियाली तीज की हार्दिक शुभकामनाएं!

Get the latest news updates and stay informed with FELA NEWS!

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here