हर साल को गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। इस साल यह पवित्र त्योहार 21 जुलाई को मनाया जाएगा। इस दिन गुरु की पूजा करने के अलावा दान पुण्य का भी खास महत्व होता है। ऐसा करने से दुख-दरिद्रता दूर होती है और परिवार में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। साथ ही जीवन में आ रही सभी बाधाएं दूर होती हैं और हर काम में सफलता मिलती है।
तो चलिए जानते हैं, इस गुरु पूर्णिमा के दिन आप कौन-कौन से शुभ काम कर सकते हैं:
- गुरु पूजन: अपने गुरु की पूजा करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें। गुरु को प्रसन्न करने से ज्ञान और बुद्धि में वृद्धि होती है।
- दान पुण्य: इस दिन जरूरतमंदों को दान दें। इससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और पुण्य प्राप्त होता है।
- व्रत: गुरु पूर्णिमा के दिन व्रत रखने से मानसिक शांति और आध्यात्मिक लाभ मिलता है।
- मंत्र जाप: अपने गुरु द्वारा दिए गए मंत्रों का जाप करें। इससे ध्यान में एकाग्रता बढ़ती है और आत्मिक शुद्धि होती है।
- ग्रंथों का अध्ययन: धार्मिक और आध्यात्मिक ग्रंथों का अध्ययन करें। इससे ज्ञान का विस्तार होता है और जीवन के मार्गदर्शन में सहायता मिलती है।
- भक्तिमय कार्य: भगवान और गुरु के प्रति अपनी भक्ति को व्यक्त करने के लिए भजन-कीर्तन करें और सामूहिक पूजा में भाग लें।
- सेवा कार्य: समाज और गुरु के प्रति सेवा कार्य करें। इससे आपके जीवन में संतुलन और सद्भावना बढ़ती है।
गुरु पूर्णिमा पर होगा आषाढ़ पूर्णिमा का स्नान-दान
गुरु पूर्णिमा के दिन ही आषाढ़ पूर्णिमा का स्नान और दान किया जाएगा. उस दिन आप ब्रह्म मुहूर्त में 04:14 एएम से 04:55 एएम के बीच स्नान कर सकते हैं. जो इस समय स्नान न कर पाएं, वे सूर्योदय के बाद कर सकते हैं. उसके बाद अपनी क्षमता के अनुसार, चंद्रमा से जुड़ी वस्तुओं का दान करें. हालांकि आषाढ़ पूर्णिमा का व्रत एक दिन पहले 20 जुलाई शनिवार को रखा जाएगा.
गुरु पूर्णिमा पर जरूर करें ये 2 काम
1. गुरु पूर्णिमा के दिन आप सुबह में स्नान और पूजा के बाद अपने गुरु के पास जाएं या फिर उनको घर पर आमंत्रित करें. उनका आदर-सत्कार करें और पैर छूकर आशीर्वाद लें. भोजन कराएं. उपहार दें. उनको सभी प्रकार से संतुष्ट करके विदा करें. गुरु पूर्णिमा के दिन यह काम करने से आपकी उन्नति होगी क्योंकि गुरु की सेवा करने से कुंडली का गुरु दोष दूर होता है. गुरु की कृपा के बिना आपको ज्ञान और मोक्ष दोनों ही प्राप्त नहीं हो सकता.
2. गुरु पूर्णिमा के अवसर पर किसी गरीब ब्राह्मण को पीले वस्त्र, हल्दी, पीतल के बर्तन, गुड़, घी, पीले चावल आदि का दान कर सकते हैं. इस दिन आप चाहें तो देव गुरु बृहस्पति की भी पूजा करने से सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
गुरु पूर्णिमा शुभ मुहूर्त – Guru Purnima auspicious time
गुरु पूर्णिमा पूजा का शुभ मुहूर्त 21 जुलाई की सुबह से लेकर दोपहर 3 बजकर 46 मिनट तक रहेगा. अभिजित मुहूर्त दोपहर 12 बजे से लेकर दोपहर 12 बजकर 55 मिनट तक रहेगा.
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गुरु पूर्णिमा के इस पावन पर्व पर इन शुभ कार्यों को करने से आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का वास होगा। अपने गुरु के प्रति सम्मान और श्रद्धा व्यक्त करके इस दिन को सार्थक बनाएं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. FELA NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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